आयतुल्ला इब्राहिम रईसी ने इस्लाम के परचम को पूरी दुनिया में बुलन्द किया मौलाना महफुज़ुल हसन खां प्रिंसिपल
जौनपुर शिया जामा मस्जिद नवाब बाग़ जौनपुर में शिया जामा मस्जिद वक़्फ इन्तेज़ामिया कमेटी की जानिब से ईरान के राष्ट्रपति आयतुल्ला सैय्यद इब्राहिम रईसी,, ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल लिलाहियान, तबरेज़ के इमामे जुमा आयतुल्ला सैय्यद मोहम्मद अली आले हाशिम, पूर्वी अज़रबैजान के गर्वनर मालिक रहमती के इसाले सवाब के लिए मजलिस को खिताब करते हुए इमामे जुमा व प्रिन्सिपल जामिया इमानिया नासिरया जौनपुर मौलाना महफुज़ुल हसन खां ने कहा कि आयतुल्ला सैय्यद इब्राहिम रईसी न्याय शास्त्र फिक़्ह के बड़े आलिम (विद्वान) थे वोह ईरान के राष्ट्रपति बनने से पहले ईरान की सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस थे ईरान के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने ईरान की आर्थिक स्थिति (एख़तेसादी हालात) को मज़बूत किया दुनिया की बहुत से देशों से ईरान के ताल्लुकात (संबंध) मज़बूत किये हमारे देश भारत से उनके दौर में रिश्ते मज़बूत हुए आज ईरान से अमेरिका और इसरायल जैसी ताकतें भी डरती हैं पूरी दुनिया के मुसलमानों को रहबरे मोअज़्ज़म आयतुल्ला उल उज़्मा सैययद अली ख़ामेनाई ही से ही उम्मीद है उन्हीं के नेतृत्व में ईरान ही है जो दुनिया के मुसलमानों के मामले में मज़बूती आगे आता है ,मौलाना महफुज़ुल हसन खां साहब ने मजलिस में कर्बला के शहीदों की कुर्बानियों को याद किया उनकी शहादत के मसायब पढ़ें जिन्हें सुनकर मोमेनीन की आंखें अश्कबार हो गईं , मोमेनीन ने ईरान के सदर आयतुल्ला सैय्यद इब्राहिम रईसी और दीगर शोहदा के लिए सूर ए फातेहा पढ़ा शिया जामा मस्जिद नवाब बाग़ जौनपुर के मुतवल्ली सचिव शेख़ अली मंज़र डेज़ी ने शिराजे हिन्द जौनपुर के मोमेनीन की जानिब से रहबरे मोअज़्ज़म आयतुल्ला उल उज़्मा सैययद अली ख़ामेनाई व शहीदों के परिवार वालों को ताज़ियत पेश किया है ।
आयतुल्ला सैय्यद इब्राहिम रईसी और दीगर शोहदा की याद में जौनपुर की मस्जिदों, इमामबाड़ों, मदरसों में ताज़ियती जलसे,मजलिसें, क़ुरान खानी, फातेहा खानी का आयोजन किया जा रहा है सदर इमामबाड़ा में जौनपुर अज़ादारी एसोसिएशन के सदर सैय्यद मोहम्मद हसन ने मजलिस को खिताब किया,इमामबाड़ा मीर बहादुर अली दालान में ताज़ियती जलसा एवं मजलिस आयोजित हुई जिसमें मौलाना मोहम्मद रज़ा खान, मौलाना सैय्यद आसिफ अब्बास ,मौलाना शेख़ हसन जाफर , मौलाना सैय्यद सलमान अली , सैय्यद अकबर ज़ैदी एडवोकेट, सैय्यद इसरार हुसैन एडवोकेट, सैय्यद असलम नक़्वी ने विचार व्यक्त किए और मजलिस को मौलाना शेख़ शाने आलम रन्नवी ने ख़िताब (सम्बोधित) किया जबकि चहारसू मस्जिद में इस सिलसिले की मजलिस को मौलाना शहज़ाद खां ने सम्बोधित किया ।
इसी क्रम में जौनपुर अज़ादारी कौंसिल की जानिब से एक मजलिस का आयोजन ढालगर टोला स्थिति मस्जिद में किया गया!