अमन की शान अज़ादारी
हरदोई । दुनियाभर में उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक और स्ट्रोक से अपनी जान गंवाते हैं। इसलिए सत्रह मई को दुनियाभर में लोगों को उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) के बारे में जागरुक करने के उद्देश्य से 'विश्व उच्च रक्तचाप दिवस' मनाया जाता है।
शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् में 'विश्व उच्च रक्तचाप दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में सीनियर नेचरोपैथ डॉ० राजेश मिश्र ने कहा कि उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) से हृदय की बीमारी, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कहा अप्राकृतिक जीवनशैली हाइपरटेंशन का मरीज बना सकती है। उन्होंने कहा कि अगर वजन बहुत ज्यादा है तो बीपी बढ़ सकता है। इसलिए वज़न को नियन्त्रित रखें। बताया किसी तरह का कोई व्यायाम न करने से ब्लड प्रेशर हाई होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
डॉ० मिश्र ने कहा कि जो लोग चीनी, चिकनाई और नमक अधिक खाते हैं, वे उच्च रक्तचाप के चंगुल में फंस सकते हैं। उन्होंने कहा कि चीनी छोड़ दें, चिकनाई और नमक का सेवन कम करें। नियमित व्यायाम करें और तनाव से बचने हेतु जप और ध्यान करें। कहा मन के अशान्त होने से भी रक्तचाप बढ़ता है। श्री मिश्र ने सात्विक आहार करने की सलाह दी। कहा आईसीएमआर के वैज्ञानिकों के अनुसार आहार-विहार को ठीक रखकर ५६.४ प्रतिशत बीमारियों से बचा जा सकता है।
जिला क्रीड़ा अधिकारी मंजू शर्मा ने कहा कि उच्च रक्तचाप से बचने के लिए अपनी आदतें सुधारें। इस विषय पर अध्ययन करें और सम्बन्धित विशेषज्ञों के पास जाकर ज्ञानार्जन करें।
डॉ श्रुति दिलीरे, डॉ अभिषेक पाण्डेय, सुरेन्द्र कुमार भदौरिया, मोनिका अग्रवाल, आस्था सिंह, अनामिका व अन्य लोग उपस्थित रहे।