लखनऊ । वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि ईरान के राष्ट्रपति अयातुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी और उनके साथियों के साथ जो हेलीकाप्टर हादसा पेश आया उससे न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व के मुसलमान गमगीन हैं। इस ग़म में मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद सभी को अपनी अकीदत पेश करती है। उन्होंने कहा कि इस हादसे ने पूरी दुनियां के लोगों को शोक में डाल दिया है। उनकी अचानक मृत्यु ने सभी की आंखें नम कर दी हैं। इस्लामी जगत एक ऐसे सदमे से जूझ रहा है जिसे बयान नहीं किया जा सकता है। मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि अयातुल्लाह रईसी इमाम रज़ा (अ.स.) के एक गैरतमंद ख़ादिम थे और इमाम रज़ा (अ.स.) के शुभ जन्मदिवस के अवसर पर वह इमाम की ख़िदमत में बरियाब हो गए। उनकी ख़िदमात को हमेशा याद रखा जायेगा। उनकी शहादत न केवल ईरान के लिए बल्कि इस्लामी जगत के लिए भी एक बड़ी क्षति है।
उन्होंने कहा कि ईरान ने इससे पहले भी गंभीर दुर्घटनाओं का सामना हुआ है, ख़ुदा ने चाहा तो ईरान इससे भी उभरेगा और निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा।
दरगाह हजरत अब्बास में ताजियती जलसा व मजलिस आज : ईरान के राष्ट्रपति अयातुल्लाह सैयद इब्राहिम रईसी और उनके साथियों की याद में कल मंगलवार को रात 8 बजे दरगाह हजरत अब्बास (अ.स.) में मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद की ओर से एक ताजियती जलसा और मजलिस का आयोजन किया जाएगा।