जौनपुर नगर क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित मोहल्ला बारादुआरिया के इमामबड़ा बड़ाघर में हर साल की तरह इस साल भी रात्रि के तक़रीबन 10:00 बजे इमामबारगाह में मजलिसें शामे गरीबां का आयोजन किया जिसमे सबसे पहले सैय्यद शबाब हैदर व उनके हमनवा में अपने मकसूस अंदाज़ में सोज बयान किया इससे पहले शायरों ने अपने अपने अंदाज में कर्बला के शहीदों को सलाम के माध्यम से नज़राने अक़ीदत पेश किया।
मजलिस को खेताब करते हुए बेलाल हसनैन ने कर्बला में शामे गरीबा का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह हज़रत इमाम हुसैन को उनके 71 साथियों के साथ तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया। यज़ीदी फौजो ने परिवार की महिलाओं बच्चों पर जो ज़ुल्म ढाया उसे कोई नही भुला सकता है। इमाम की शहादत के बाद उनके परिवार की महिलाओं को कैद कर लिया गया और बेपर्दा कूफे की गलियों में बेकजावा ऊंटो पर बैठाकर घुमाया गया।
आज हम सब उन्ही को पुरस देने यहाँ इकठ्ठा हुए है।
संचालन सैय्यद दानिश हुसैन और मुन्तज़िर ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर जमाल हसनैन नसीम, जिया, नवाज़, शकील, अज़ादार हुसैन,समर नाज़िम रिजवी, कामरान, खुशनुद, सैय्यद अमीर हुसैन, सोनम,जैगाम, समर आफ़ताब, शमशीर, तालिब ज़ैदी, राजा मिया, सपा नेता अफ़रोज़ हुसैनी के साथ साथ अंजुमन आज़ादरिया के तमाम मेम्बरान और मोहल्ले वासियों सहित काफ़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।