देश में मंदिर-मस्जिद विवादों पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा कि अदालतें ऐसे मामलों में कोई ऑर्डर ना दें और न ही सर्वे के आदेश जारी करें।
इसको लेकर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने बयान जारी करते हुए कहा कि मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को सलाम करता हूं निचली अदालतों में इस तरह की याचिकाएं दायर करने से देश का माहौल बिगड़ रहा है और आपसी भाईचारे को दुश्मनों की नज़र लग रही है।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देश का माहौल बेहतर होगा क्योंकि हर तरफ निचली अदालतों में याचिकाएं दायर करके एक धर्म विशेष के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है ऐसा करने वाले हमारे देश की एकता को तोड़ना चाहते हैं।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हर मस्जिद, मज़ार, और दरगाहों के निचे मंदिर तलाश करना यह एक सेहतमंद मुल्क की अलामत नहीं मौलाना ने कहा कि देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और बढ़ती हुई बेरोजगारी पर बात क्यों नहीं हो रही जो देश के हर नागरिक का अहम मुद्दा है।
मौलाना ने कहा कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वार , चर्च जैसे सभी धार्मिक स्थलों पर इंसान मन की शांति के लिए जाता है इन जगहों को सियासत में लाने से लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचेगी ऐसे लोगों के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई होना चाहिए है जो मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश में विवाद फैला रहे हैं।